जनपद फिरोजाबाद: निजी चिकित्सक संगठन का गाँधी पार्क मैदान में अनशन



जनपद फिरोजाबाद में आज निजी चिकित्सक संगठन ने अपने चिकित्सीय सेवाओं को बंद कर गाँधी पार्क मैदान में अनशन प्रारंभ कर दिया। संगठन के सदस्यों का आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टरों की जांच के नाम पर योग्य चिकित्सकों का उत्पीड़न किया जा रहा है, जिससे आक्रोशित होकर उन्होंने यह कदम उठाया है। इस अनशन में लगभग 200 चिकित्सक भाग ले रहे हैं।

अनशन की अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. सुरेश चंद गोला द्वारा की गई। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. उदय बीर सिंह यादव ने अपने संबोधन में कहा कि पूरे प्रदेश में यह आंदोलन आगामी 25 अक्टूबर 2024 तक जारी रहेगा। प्रत्येक जनपद में सांकेतिक अनशन और काम बंद हड़ताल का आयोजन होगा। उनका कहना था कि जब तक डिग्री और डिप्लोमा धारक आरएमपी (रजिस्ट्रर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर) चिकित्सकों का उत्पीड़न बंद नहीं होता, तब तक अनशन जारी रहेगा।

चिकित्सकों के अधिकारों की रक्षा की मांग

प्रदेश महासचिव डॉ. डी.आर. वर्मा ने कहा कि प्रदेश भर में करीब 15 लाख अनुभवी डिप्लोमा धारक आरएमपी चिकित्सक इस उत्पीड़न के कारण अपनी सेवाओं को बंद करने और अनशन पर बैठने को मजबूर हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के कारण सरकारी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भारी दबाव पड़ेगा, जिससे दूरदराज के ग्रामीण इलाकों की आम जनता को स्वास्थ्य सेवाओं में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। इसके लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

डॉ. वर्मा ने जोर देकर कहा कि अनुभवी चिकित्सकों के लिए उचित मानक बनाए जाने चाहिए ताकि डिप्लोमा पाठ्यक्रम में उन्हें शामिल कर उनकी सेवाओं का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक उपचार केंद्रों के संचालन में लिया जा सके। उन्होंने “चिकित्सा मित्र” के रूप में ऐसे चिकित्सकों को सेवा का अवसर प्रदान करने की मांग की।

आंदोलन में भाग लेने वाले प्रमुख चिकित्सक

इस अवसर पर अन्य प्रमुख चिकित्सकों ने भी अपनी आवाज बुलंद की। इनमें डॉ. ए.के. वर्मा, डॉ. मुन्ना लाल बघेल, डॉ. प्रदीप कुलश्रेष्ठ, डॉ. राधेश्याम कुशवाह, डॉ. जे.पी. मटोरिया, डॉ. अशोक शेखावत, डॉ. प्रमोद जोशीला, डॉ. राम अवतार, डॉ. हरि विलास श्रीवास्तव, डॉ. सतीश चंद यादव, और डॉ. निहाल सिंह कुशवाह शामिल हैं। इन सभी ने संगठन के संघर्ष का समर्थन करते हुए अपने विचार रखे और सरकार से इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की मांग की।

विधानसभा और लोकसभा में मुद्दा उठाने की योजना

द्रविड़ महासभा के अध्यक्ष उदय वीर सिंह यादव ने इस आंदोलन को और अधिक प्रभावी बनाने की योजना पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण को विधानसभा और लोकसभा में उठाया जाएगा ताकि चिकित्सकों के हितों की रक्षा हो सके और उन्हें न्याय मिल सके। उनके अनुसार, यदि सरकार ने समय रहते इस गंभीर समस्या का समाधान नहीं किया, तो यह आंदोलन और भी व्यापक रूप ले सकता है।

जन समर्थन और संस्थाओं का समर्थन

नगर की विभिन्न संस्थाओं ने भी इस आंदोलन में शामिल होने की घोषणा की है। उनका कहना है कि यह सिर्फ चिकित्सकों का मुद्दा नहीं है, बल्कि आम जनता के स्वास्थ्य और उसके अधिकारों से भी जुड़ा है। अगर अनुभवी चिकित्सकों को उचित सम्मान और सेवा का अवसर नहीं मिलेगा, तो इसका सीधा असर आम नागरिकों पर पड़ेगा, खासकर उन ग्रामीण इलाकों में जहां स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव पहले से ही गहरा है।

इस आंदोलन का परिणाम आने वाले दिनों में प्रदेश के स्वास्थ्य तंत्र पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।

रिपोर्ट : संवाददाता विशाल वर्मा

SKH NEWS FIROZABAD

vishal varma
vishal varma
Articles: 43

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *