मीरजापुर। अहरौरा भारतीय जनता पार्टी अहरौरा मंडल इकाई के स्थानीय कार्यसमिति का बहुप्रतीक्षित गठन की घोषणा होने से वैश्य समाज मे निराशा के साथ ही आक्रोश व्याप्त है,वैश्य बहुल नगरीय इलाके में वैश्य समाज के विभिन्न उपजातियो जिन्हें भाजपा का परंपरागत और कोर वोटर माना जाता है उनकी उपेक्षा से वैश्य समाज के विभिन्न उपजातियो मे निराशा का माहौल व्याप्त है, स्थानीय वैश्य नवयुवकों ने आगामी चुनावों में भाजपा को इसका खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा है, बताया जा रहा है भाजपा के गठन से लेकर अब तक अग्रहरि, जायसवाल, हलवाई, और गुप्ता समाज भाजपा का प्रतिनिधित्व आगे बढ कर करता रहा है जिससे वैश्य वर्ग में भाजपा का जनाधार हमेशा बना रहा, गौरतलब है कि जब भाजपा अपने दुर्दिन के दौर से गुजर रहा था तब भी वैश्य समाज के इन उपजातियो ने भाजपा का साथ नहीं छोड़ा,तो प्रतिउत्तर में भाजपा ने भी उक्त समाजो को समुचित सम्मान और संगठन में प्रतिनिधित्व देकर पलड़ा हमेशा बराबरी पर रखा, लेकिन इस बार के टीम गठन मे वैश्य समाज के उपसर्गों का जिस तरह से उपेक्षा तिरस्कार और बहिष्कार किया गया है वह भाजपा के स्थानीय नेतृत्व की अदूरदर्शिता और सांगठनिक अनुभव की कमी माना जा रहा है, बीते नगर पालिका चुनाव में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वाले सभासद आशीष अग्रहरि ने भाजपा मंडल अध्यक्ष के निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि सबका साथ सबका विकास की नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी के गठन में जिस तरह से वैश्य समाज का अनदेखी किया गया है वह भारतीय जनता पार्टी की नीति और मंशा के अनुरूप नहीं है, सभासद ने मंडल अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि मंडल अध्यक्ष जानबूझकर वैश्य समाज को भाजपा संगठन से दूर रख संगठन की नीव कमजोर करना चाहते हैं जो संगठन हित में नहीं है, सभासद ने क्षेत्रीय विधायक जिलाध्यक्ष मीरजापुर, और काशी क्षेत्र अध्यक्ष का ध्यान आकृष्ट करते हुए मांग किया कि वैश्य समाज को अपमानित करने से मंडल अध्यक्ष को रोका जाय अन्यथा इसके दूरगामी परिणाम होंगे।

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सभासद ने टीम गठन मे मंडल अध्यक्ष पर लगाया फर्जीवाड़े का आरोप, पदाधिकारियों का शक्ति केंद्र पता बदल बनाया गया पदाधिकारी
सभासद आशीष अग्रहरि व सीता जायसवाल ने भाजपा मंडल अध्यक्ष पर टीम गठन मे भी संगठन के आंख में धूल झोंक व फर्जीवाड़ा कर टीम गठन करने का आरोप लगाया, विदित हो कि संगठन का स्पष्ट निर्देश था कि टीम गठन के दौरान एक शक्ति केंद्र से दो से ज्यादा पदाधिकारी नहीं बनाये जाय इसका सख्ती से अनुपालन किया जाय, लेकिन मंडल अध्यक्ष द्वारा संगठन के दिशानिर्देश को धता बताते फर्जीवाड़ा कर विभिन्न पदाधिकारियों के शक्ति केंद्र का पता बदल कर फर्जी तरीके से टीम गठन कर चहेतो मे रेवड़ी बाटने सरीखा काम किया गया है,नगर पालिका इंटर कालेज व गोला शक्ति केंद्र से तीन तीन पदाधिकारी और जयहिंद विद्या मंदिर शक्ति केंद्र से चार पदाधिकारी बनाकर संगठन को तीन शक्ति केंद्रों के 17 बूथो मे ही सीमित कर दिया गया है जबकि मंडल में कुल 74 बूथ और 14 शक्ति केंद्र है, गौरतलब है कि मंडल के जयहिंद विद्या मंदिर शक्ति केंद्र से स्वयं मंडल अध्यक्ष मनोज सोनकर, महामंत्री विनोद पटेल, मंत्री कौशिल्या व कोषाध्यक्ष जगत सिंह, तथा गोला शक्ति केंद्र से महामंत्री कृष्णा तिवारी उपाध्यक्ष राजकुमारी देवी व मंत्री आशीष केशरी,व नगर पालिका इंटर कालेज से उपाध्यक्ष द्वय उमेश केशरी उमाशंकर प्रजापति व मंडल मंत्री श्वेता सिंह पदाधिकारी बनायी गई है,16 मे से 10 पदाधिकारी उपरोक्त इन्हीं तीनों शक्ति केंद्रों से बनाया जाना कितना संगठन हित में होगा यह विचारणीय विषय है