गांधी व शास्त्री के जयन्ती पर सिद्धनाथ सिंह ने महिला एथलीट केएम चंदा का किया भव्य स्वागत, कई समाजसेवियों ने केएम चंदा को आर्थिक मदद से सहायता कर, दिया आशीर्वाद

मीरजापुर। अहरौरा क्षेत्र के सोनपुर गांव में स्थित हनुमान मंदिर पर भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह के नेतृत्व में दो अक्टूबर महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के जयंती पर अंतराष्ट्रीय एथलीट के एम चंदा का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।

जिसमे सर्वप्रथम के एम चंदा ने हनुमान मंदिर परिसर में पहूंचकर मन्दिर में विधि विधान से पूजन अर्चन किया। इसके बाद चंदा और भाकियू किसानो ने महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर नारे लगाए गए।
के एम चंदा ने बेंगलुरु में आयोजित 63वें राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2024 के 800 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल जीतने के बाद बुधवार को अपने घर पहुंचने पर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह व जिलापंचायत सदस्य सुषमा सिंह द्वारा जोरदार स्वागत कर लोगों ने चंदा को बधाई दिया।
गांव की बिटिया चंदा को दर्जनों समाजसेवियों ने माला पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद जिला पंचायत सुषमा सिंह ने अंगवस्त्र और इक्यावन सौ रुपये आर्थिक मदद किया। वही समाजसेवी रासबिहारी सिंह ने ग्यारह हजार, रामसजीवन मौर्य, इक्यावन सौ का चेक एवं विनीत चन्द्र पाण्डेय उर्फ नीरज पांडे एक हजार का आर्थिक मदद देकर बधाई दी। इसी बीच नगर पालिका अध्यक्ष अहरौरा ओमप्रकाश केशरी ने भी अंगवस्त्र देकर बिटिया को आशीर्वाद दिया। चंदा के देखने के लिए सोनपुर गांव में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान प्रहलाद सिंह, वीरेंद्र सिंह, नीरज पाण्डेय, मनीष पाण्डेय, चंद्रभान मौर्य, चौधरी जयपाल सिंह, गौतम सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

मीरजापुर। अहरौरा क्षेत्र के सोनपुर गांव में स्थित हनुमान मंदिर पर भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह के नेतृत्व में दो अक्टूबर महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के जयंती पर अंतराष्ट्रीय एथलीट के एम चंदा का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
जिसमे सर्वप्रथम के एम चंदा ने हनुमान मंदिर परिसर में पहूंचकर मन्दिर में विधि विधान से पूजन अर्चन किया। इसके बाद चंदा और भाकियू किसानो ने महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर नारे लगाए गए।
के एम चंदा ने बेंगलुरु में आयोजित 63वें राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2024 के 800 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल जीतने के बाद बुधवार को अपने घर पहुंचने पर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह व जिलापंचायत सदस्य सुषमा सिंह द्वारा जोरदार स्वागत कर लोगों ने चंदा को बधाई दिया।
गांव की बिटिया चंदा को दर्जनों समाजसेवियों ने माला पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद जिला पंचायत सुषमा सिंह ने अंगवस्त्र और इक्यावन सौ रुपये आर्थिक मदद किया। वही समाजसेवी रासबिहारी सिंह ने ग्यारह हजार, रामसजीवन मौर्य, इक्यावन सौ का चेक एवं विनीत चन्द्र पाण्डेय उर्फ नीरज पांडे एक हजार का आर्थिक मदद देकर बधाई दी। इसी बीच नगर पालिका अध्यक्ष अहरौरा ओमप्रकाश केशरी ने भी अंगवस्त्र देकर बिटिया को आशीर्वाद दिया। चंदा के देखने के लिए सोनपुर गांव में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान भाकियू प्रहलाद सिंह, कंचन सिंह फौजी, वीरेंद्र सिंह, नीरज पाण्डेय, मनीष पाण्डेय, चंद्रभान मौर्य, चौधरी जयपाल सिंह, गौतम सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

के एम चंदा की कहानी

मिर्जापुर जनपद के राजगढ़ ब्लाक के सोनपुर छोटे से गांव की रहने वाली किसान की बेटी केएम चंदा।
उन्होंने गांव के उबड़ खाबड़ रास्ते और खेतों की मेड़ों पर दौड़ना शुरू किया था, लेकिन अब देश का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने 25वें एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में सिल्वर मेडल जीता था, अब केएम चंदा 23 सितंबर से चीन के हांग्जो शहर गई और एशियाई खेल 2023 में गोल्ड मेडल जीतने की तैयारी के साथ खेली, एशियाई खेल 2002 में भारत की केएम बीनामोल ने 2:04.17 मिनट में 800 मीटर की रेस पूरी कर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था, इसके बाद पिछले बीस वर्षों में किसी भारतीय महिला एथलीट को गोल्ड मेडल नहीं मिला।
चीन के हांग्जो शहर में एशियाई खेल 2023 में इस बार देश की निगाहें महिला एथलीट केएम चंदा पर थी। अंतरराष्ट्रीय एथलीट केएम चंदा को यहां तक पहुंचाने में कोच कुलबीर सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कुलबीर सिंह का कहना है चीन में हो रहे एशियाई खेल में भारत के लिए चंदा गोल्ड मेडल जीतकर सूखेपन को दूर कर सकती हैं। अब तक के 800 मीटर इवेंट में जो खिलाड़ी गोल्ड मेडल जीते हैं, उनमें एक को छोड़कर चंदा की टाइमिंग अन्य से कम है हमें पूरी उम्मीद है कि वह गोल्ड जीत सकती हैं अंतरराष्ट्रीय पटल पर पहचान दिलाई चंदा ने इस वर्ष थाइलैंड के बैंकॉक शहर में 12 से 16 जुलाई के बीच संपन्न हुए एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 के 800 मीटर ट्रैक इवेंट में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता था। इसमें वह गोल्ड मेडल अपने नाम करने से चूक गई थीं, केएम चंदा पिछले वर्ष कजाकिस्तान में हुई कोसानोव मेमोरियल इंटरनेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में देश के लिए 800 व 1500 मीटर में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं।
एशियन खेल 2023 के लिए चंदा ने दो महीने पहले झारखण्ड के रांची शहर में 15 से 18 मई के बीच संपन्न हुए 26वें नेशनल फेडरसन कप सीनियर ऐथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में प्रतिभाग किया था। इसमें 800 मीटर दौड़ को दो मिनट एक सेकेंड (2:01.79 प्वाइंट) के साथ गोल्ड मेडल जीतने के साथ एशियन गेम्स 2023 एवं 25वीं एशियाई एथलेटिक चैंपिनशिप 2023 के लिए क्वालीफाई कर देश के लिए खेलने के सपने को साकार कर लिया था। इसके बाद उड़ीसा के भुवनेश्वर में 15 से 19 जून के बीच आयोजित 62वां नेशनल इंटर स्टेट सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप के अंतिम गोल्ड मेडल जीतकर एक और सफलता की नई इबादत लिखी थी। वह 2:03.82 प्वाइंट की टाइमिंग के साथ पंजाब की धाविका हरमिलन बैंस को पीछे छोड़कर यह कामयाबी अपने नाम करने में सफल रही। और 2024 में बेंगलुरु श्रीकांतीरावा आउटडोर स्टेडियम में 30 अगस्त से 2 सितंबर के बीच खेली गई रेलवे स्पोटर्स की ओर से खेलते हुए चंदा ने 800 मीटर रेस के निर्धारित गोल को 2:01:16 सेकंड की टाइमिंग में अचीव किया था। इसके साथ ही कई और अन्तराष्ट्रीय व राष्ट्रीय एथलेटिक्स में केएम चंदा का रिकार्ड है।
चंदा ने गांव वासियों को बताया कि अन्तराष्ट्रीय व राष्ट्रीय एथलेटिक्स में खेलना बहुत कठिन है इस गरीब परिस्थितियों में देश विदेश जाना बहुत ही गौरव की बात है।

के एम चंदा पारिवारिक स्थित

सोनपुर गांव के सत्यनारायण उर्फ मोखु की बिटिया है चंदा, सत्यनारायण एक गरीब किसान है जो चंदा को किसानी करके पढ़ाया लिखाया और देश विदेश में अपने घर और जनपद गांव का नाम रोशन कर रही है। चंदा के पिता सत्यनारायण ने बताया कि अभी तक हमको सरकारी आवास नही मिला है और रास्ते एकदम खराब है।

Vikash chandra Agrahari
Vikash chandra Agrahari
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