मीरजापुर । ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं/हर घर नल से जल योजना के प्रगति की हकीकत को जानने के लिए शासन द्वारा जनपद के लिए नामित नोडल अधिकारी/सचिव लोक निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश शासन प्रकाश बिन्दु ने आज जनपद भ्रमण के प्रथम दिन ग्रामीण क्षेत्रो के विभिन्न विकास खण्डो के अन्तर्गत निर्मित/निर्माणाधीन जल जीवन मिशन योजनान्तर्गत विकास खण्ड जमलापुर ग्राम पंचायत बिसौरा कला के राजस्व ग्राम जमही में हर घर नल योजना का स्थलीय निरीक्षण किया गया। तत्पश्चात गोठौरा ग्राम समूह पेयजल योजना के माध्यम से राजस्व ग्राम जमही में निरीक्षण के दौरान पाया गया कि ग्रामीण अचंलो के घरो में जलापूर्ति प्रदान की जा रही है। पेयजल आपूर्ति गौरी ओवर हेड टैंक जिसकी क्षमता 350 के0 एल0 है। योजनान्तर्गत 59 परिवारों के सापेक्ष 67 परिवारों को जल आपूर्ति 30 नवम्बर 2023 से प्रदान किया जा रहा है। जलापूर्ति के सम्बन्ध में गांव के श्री वीरेन्द्र कुमार, मन्जू पत्नी चन्द्रमा एवं श्रीमती दिव्या द्वारा अवगत कराया गया कि एक सप्ताह से सुबह शाम पानी की आपूर्ति हो रही है। इसके पूर्व दिन में एक बार जल की आपूर्ति होती थी। ग्राम प्रधान श्री राजेन्द्र यादव द्वारा निर्बाध जलापूर्ति के साथ साथ ग्राम को सम्पर्क मार्ग से जोड़ने हेतु सड़क बनवाने का अनुरोध किया गया। कार्यदायी संस्था द्वारा पानी आपूर्ति के सम्बन्ध में प्राप्त शिकायतों के समाधान हेतु रजिस्टर नहीं बनाया गया है। जलापूर्ति की समस्याओं एवं शिकायतों हेतु मजरेवार अधिकारियों/इंजीनियर के मोबाईल नं0 वाल पेंटिंग कराने के निर्देश दिये गये। ग्रामवासियों द्वारा शिकायत की गयी कि विद्युत की आपूर्ति के अभाव में जलापूर्ति बाधित हो जाता है। निर्देशित किया गया कि डी0जी0 के माध्यम से निर्बाध जलापूर्ति सुनिश्चित करायी जाये।
निरीक्षण के दौरान विकास खण्ड राजगढ़ के ग्राम पंचायत धौरहरा के राजस्व ग्राम बगही में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर नल योजना का निरीक्षण किया गया। तालर ग्राम समूह पेयजल योजना के अन्तर्गत पेयजल आपूर्ति रैकरी ओवर हेड टैंक, जिसकी क्षमता 500 के0एल0 है, के माध्यम से राजस्व ग्राम बगही में जल आपूर्ति प्रदान की जा रही है। योजनान्तर्गत 88 परिवारों के सापेक्ष 101 परिवारों को जल आपूर्ति 04 नवम्बर 2023 से प्रदान किया जा रहा है। जलापूर्ति के सम्बन्ध में गांव की लखवन्ती देवी, मुन्नी लाल, कल्लू, सुरेश द्वारा नोडल अधिकारी को बताया गया कि 02-03 दिनों से सुबह शाम पानी की आपूर्ति हो रही है। इसके पूर्व दिन में एक बार जल की आपूर्ति होती थी तथा आधे ग्राम में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही थी। एक सप्ताह पूर्व ही डी0जी0 सेट स्थापित कर पानी की आपूर्ति करायी गयी है। ग्राम प्रधानपति द्वारा अवगत कराया गया कि निर्बाध जलापूर्ति के सम्बन्ध में कई बार शिकायत की गयी, जिसका निस्तारण समय से नहीं किया जाता है। शिकायत रजिस्टर मंगाने पर पाया गया कि प्रधान की शिकायत दर्ज नहीं है, और न ही इस ग्राम के किसी अन्य ग्रामवासियों की शिकायत दर्ज है। निर्देशित किया गया कि शिकायत रजिस्टर तत्काल बना लिये जायें एवं समस्त शिकायतों का अंकन सुनिश्चित किया जाये। जलापूर्ति की समस्याओं एवं शिकायतों हेतु मजरेवार अधिकारियों/इंजीनियरो के मोबाईल नं0 वाल पेंटिंग कराने के निर्देश दिये गये। ग्रामवासियों द्वारा शिकायत की गयी कि विद्युत की आपूर्ति के अभाव में जलापूर्ति बाधित हो जाता है। निर्देशित किया गया कि डी0जी0 के माध्यम से निर्बाध जलापूर्ति सुनिश्चित करायी जाये। राजस्व ग्राम धौरहरा में भी निर्बाध जलापूर्ति न होने की शिकायत की गयी।
वृहद गौ आश्रय स्थल जंगल महाल का किया निरीक्षण
नोडल अधिकारी प्रकाश बिन्दु ने अपने निरीक्षण के दौरान विकास खण्ड राजगढ़ अन्तर्गत ग्राम जंगलमहाल में वृहद गो आश्रय स्थल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान वृहद गो संरक्षण केन्द्र पर 487 गोवंश संरक्षित किये गये हैं। 05 नये निराश्रित गोवंश लाये गये हैं, जिनकी जीओ टैगिंग कराने के निर्देश दिये गये। पर्याप्त मात्रा में भूसा एवं हरे चारा की व्यवस्था की गयी है। 03 बीमार गोवंश का उपचार कर उनका अंकन पंजिका में किया गया है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया कि गोवंश के देखभाल हेतु 08 केयर टेकर दिन में तथा 04 केयर टेकर रात्रि में लगाये गये हैं। निरीक्षण के दौरान कृत्रिम गर्भाधान के बारे में जानकारी ली गयी। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मक्के की खेती से साइलेज की व्यवस्था के बारे में जानकारी उपलब्ध कराते हुये वैकल्पिक चारे के व्यवस्था जनपद में की जा रही है, जिससे किसानों की आमदनी में वृद्धि भी हो रही है। अतिरिक्त शेड, चहारदीवारी की माँग की गयी। मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी द्वारा निराश्रित गोवंश के सापेक्ष 02 अतिरिक्त शेड का निर्माण कराने की मांग रखी गयी। हरे चारे हेतु चारागाह की जमीन उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण हरा चारा क्रय करके उपलब्ध कराया जा रहा है।

मां विन्ध्यवासिनी राज्य विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य प्रगति की ली जानकारी तत्पश्चात नोडल अधिकारी ने निर्माणाधीन मां विन्ध्यवासिनी राज्य विश्वविद्यालय स्थल पर पहुंचकर प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी ली तथा सभाकक्ष में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार एवं लोक निर्माण विभाग, जल जीवन मिशन/जल निगम के अधिकारियों के साथ बैठक कर सड़क निर्माण व अन्य विकास कार्यो के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी द्वारा विश्वविद्यालय के निर्माण के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराते हुये विश्वविद्यालय परिसर में आडिटोरियम तथा प्लेग्राउण्ड का निर्माण कार्य कराये जाने की मांग की गयी। उनके द्वारा मुख्य सम्पर्क मार्ग से इस विश्वविद्यालय को जोड़ने हेतु प्रस्ताव शासन में प्रेषित किये गये हैं, जिसकी स्वीकृति कराने की अपेक्षा की गयी है। विश्वविद्यालय परिसर में प्रशासकीय भवन, एकेडमिक ब्लाक, छात्रावास, कुलपति निवास तथा अन्य आवासीय भवनों के फाउण्डेशन के कार्य पूर्ण कराते हुये निर्माण कार्य कराया जा रहा है। चहारदीवारी का निर्माण कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। पर्टचार्ट का अवलोकन करने पर पाया गया कि 02 एक्टिविटी में कार्य धीमा है, निर्देशित किया गया कि पर्टचार्ट के अनुसार गुणवत्तापूर्ण कार्य कराना सुनिश्चित किया जाये। निरीक्षण के समय जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, अपर जिलाधिकारी, नमामि गंगे देवेन्द्र प्रताप सिंह, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय, अधिशासी अभियन्ता, जल निगम-ग्रामीण राजेश कुमार गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता, लो0नि0वि0, प्रा0ख0 जनार्दन सिंह यादव, अधिशासी अभियन्ता, लो0नि0वि0, नि0ख0-2 अमरेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी बाबू लाल, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ भूपेन्द्र कुमार तथा अन्य अधिकारी के साथ कार्यदायी संस्था मेघा इंजीनियर्स के अभियन्तागण उपस्थित रहे।