फिरोजाबाद, 21 मई 2025। आज जिला कांग्रेस कमेटी फिरोजाबाद के पूर्व अध्यक्ष संदीप तिवारी द्वारा भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी के बलिदान दिवस(पुण्यतिथि) पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।सर्वप्रथम पूर्व जिलाध्यक्ष संदीप तिवारी द्वारा राजीव जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें याद किया। और जिला अस्पताल फिरोजाबाद में राजीव जी के बलिदान दिवस पर रक्तदान किया तथा राजीव जी के जीवन पर उनके राजनीतिक सफर पर अपने विचार व्यक्त किए गए।इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष संदीप तिवारी ने बताया सन 80 के दौर में जब दुनिया अपने तौर-तरीके तेजी से बदल रही थी उसी समय भारत की सत्ता में राजीव जी ने अपना प्रवेश किया। जब 1984 में राजीव जी ने सत्ता संभाली उस वक्त उनके हृदय में अपनी मां पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी जी को खोने का अपार दुख था पर इसका असर उनकी कार्यशैली पर तनिक भी नहीं हुआ। इसका जीवंत प्रमाण उनके कार्यकाल की वह उपलब्धियां हैं जो उनके नेतृत्व में इस देश को हासिल हुई।इसमें प्रमुख रूप से पंचायती राज जिसमें गांव को सशक्त बनाने और लोकतंत्र में उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए राजीव जी ने पंचायती राज को संवैधानिक दर्जा देने का बड़ा फैसला लिया। नवोदय विद्यालय की स्थापना ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था समृद्ध करने के लिए 1986 में घोषित शिक्षा नीति के तहत यह निर्णय लिया गया जिसके तहत आज देश के लगभग हर जिले में नवोदय विद्यालय स्थापित है। मिजो शांति समझौता 30 जून 1986 को संपन्न यह समझौता देश की अखंडता और अनेकता में एकता के सिद्धांत का एक स्वर्णिम अध्याय है।यह दुनिया के उन बड़े उदाहरणों में से एक है जो किसी सशस्त्र विद्रोह को कागज,कलम से सफलतापूर्वक हल करने की मिसाल पेश करता है। पंजाब समझौता, असम समझौता, दलित अत्याचार निवारण अधिनियम, एनडीपीएस एक्ट,दल बदल कानून,बेनामी लेनदेन अधिनियम,ऑपरेशन कैक्टस,इंदिरा आवास योजना, ऑपरेशन राजीव,ऑपरेशन फ्लावर्स आर ब्लूमिंग,दूरसंचार, कंप्यूटर आदि कार्य जो कि राजीव जी की देन हैं आज उन्हीं के बल पर भारत प्रगति के पथ पर अग्रसर है।पूर्व जिलाध्यक्ष संदीप तिवारी ने कहा युगपुरुष राजीव के कार्यकाल की यह सारी उपलब्धियां उनके राजनीतिक जीवन की झांकी मात्र हैं जो उनकी दूरदृष्टि और देश को प्रगति के पथ पर आगे ले जाने की गहरी आकांक्षा का प्रतीक है।संदीप तिवारी ने कहा कि काल की क्रूर गति ने भले ही राजीव जी को बहुत जल्द हमसे दूर कर दिया किंतु सद्भावना की प्रतिमूर्ति हम सभी के बीच हमेशा रहेंगे,आधुनिक भारत की झलक देखकर यह विश्वास होता है कि राजीव थे, राजीव हैं,राजीव रहेंगे।