दिनांक 18.12.2024 को विकास भवन सभागार में किसान समाधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमे जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य पशुचिकित्साधिकरी, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता, प्रबन्धक जिला अग्रणी बैंक, सचिव मण्डी समिति, उप सम्भागीय विधुत वितरण खण्ड, अवर अभियन्ता नलकूप, आदि उपस्थिति रहे। उप कृषि निदेशक सत्येन्द्र प्रताप सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान
निधि योजना में जिन कृषकों का भूमि अकंन नहीं हुआ वह कृषक मुख्यालय स्तर हैल्पडेस्क पर अपने अभिलेख जमा कर सकते है। जिन कृषकों की ई०के०वाई०सी० नही हुई है वह कृषक जनसेवा केन्द्र / कृषि विभाग के फील्ड कर्मचारियों के माध्यम से भी ई०के० वाई०सी० करा सकते है. एन०पी०सी०आई० कृषकों की नहीं हुई वह कृषक बैंक खाते को आधार से लिंक करा ले। 20 वी किस्त की धनराशि किसानों के बैंक खाते में तभी भेजी जाएगी जब वह फार्मर रजिस्ट्री करा लेंगे। प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर कैम्प का आयोजन कराया जायेगा, इस अभियान के तहत विभिन्न तिथियों में एक लेखपाल तथा कृषि विभाग, पंचायत विभाग, ग्राम्य विकास आदि के कर्मचारी की दो सदस्यीय टीम द्वारा ग्राम वार कैम्प लगाकर फार्मर रजिस्ट्री का कार्य किया जाएगा। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत बताया गया की फसल बीमा योजनातर्गत जौ, गेहूँ, सरसों एवं आलू फसल अधिसूचित किया गया है। वीमा से आच्छादित जोखिम ग्राम पंचायत स्तर पर 01 असफल बुआई की स्थिति में, 02-फसल भी अवधि में प्राकृतिक आपदा के नुकसान की स्थिति में एवं 03 फसल कटाई के आधार पर प्राप्त वास्तविक उपज में गारन्टीड थ्रेशोल्ड उपज की तुलना में कमी होने की स्थिति में व व्यक्तिगत आधार पर 01-स्थानीय आपदा-खडी फसलों को ओलावृष्टि, जलभराव, भूस्खलन, बादल फटना, आकाशीय बिजली से उत्पन्न आग के कारण क्षति की स्थिति। 02- फसल कटाई उपरान्त आगामी 14 दिनों तक खेत में सुखाई हेतु रखी गयी फसल को ओलावृष्टि, चक्रवात / चक्रवाती वर्षा/बेमौसम बारिश से क्षति की स्थिति। (उपरोक्त आपदा स्थिति में कृषक द्वारा 72 घण्टे के अन्दर सूचना देना अनिवार्य है।) बीमा कराने की अन्तिम तिथि 31 दिसम्बर, 2024 है। सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता द्वारा बताया गया कि जनपद में यूरिया व डी०ए०पी० खाद पूरे जिले में आ गयी है। जिससें कृषकों को उर्वरक की समस्या सामना न करना पड़ें। डॉ० अरूण कुमार मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया कि इस समय
नन्दबाबा योजना तथा पशुपालन विभाग में संचालित योजनाओं के विषय में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के अन्त में उप कृषि निदेशक द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।