कोलंबो, 10 जनवरी 2025: विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर भारतीय उच्चायोग कोलंबो और स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र के तत्वावधान में एक शानदार कार्यक्रम आयोजित किया गया। भारतीय उच्चायुक्त महामहिम संतोष झा की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में महामहिम उपायुक्त डॉ. सत्यांचल पांडे, श्रीलंका के उपशिक्षा मंत्री माननीय मधुर सेनेविरत्ने और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो. कपिल सेनेविरत्ने ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। 

इस आयोजन में भारत के प्रमुख विद्वानों, प्रो. जयंतकर शर्मा, प्रो. बलराम गुप्ता, डॉ. मुकेश मिश्रा, और डॉ. सोनम सेठ ने भाग लिया। 

डॉ. सोनम सेठ ने “भारतीय संगीत का हिंदी में योगदान” विषय पर अपने शोध पत्र के माध्यम से भारतीय लोकगीतों और सिनेमा संगीत की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका को विस्तारपूर्वक समझाया। उनकी प्रस्तुति ने भारतीय संस्कृति, कला और संगीत की अद्वितीय विरासत को रेखांकित किया। 

कार्यक्रम के दौरान डॉ. सोनम सेठ की पुस्तक “लोकगीत: संस्कृति एवं स्वर” का विमोचन भी किया गया, जिसे विद्वानों और अतिथियों ने अत्यंत सराहा। 

इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र, कोलंबो के निदेशक प्रो. अंकुरण दत्ता ने सभी हिंदी प्रेमियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इसे हिंदी और भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार का एक अद्भुत प्रयास बताया। 

कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में भारतीय लोकगीतों की प्रस्तुति 

इस आयोजन से एक दिन पूर्व, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में डॉ. सोनम सेठ ने भारतीय लोकगीतों की प्रस्तुति और उनके महत्व पर एक व्याख्यान दिया। उनकी प्रस्तुति को वहां के प्रोफेसरों और छात्र-छात्राओं ने बहुत सराहा। 

कार्यक्रम में लोकगीतों की लोकप्रियता को देखते हुए, डॉ. सोनम सेठ को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का अनुरोध भी किया गया, ताकि श्रीलंका और अन्य देशों के छात्र-छात्राएँ भारतीय लोक संगीत सीख सकें। 

हिंदी और भारतीय संगीत के वैश्विक प्रसार में एक कदम 

कोलंबो और कैलिफोर्निया के इन आयोजनों ने हिंदी और भारतीय संगीत की वैश्विक स्वीकार्यता को दर्शाया। यह प्रयास हिंदी भाषा और भारतीय संस्कृति के वैश्विक मंच पर प्रचार-प्रसार के लिए एक नई दिशा स्थापित करता है।

रिपोर्ट : नगर संवाददाता विशाल वर्मा