हरिद्वार, 8 मार्च 2025 – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विकास भवन में एक दिवसीय जेंडर संवेदीकरण एवं पोश अधिनियम पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने दीप प्रज्वलित करके किया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि महिलाएं अपने कर्तव्यों से भली-भांति परिचित हैं, लेकिन उन्हें सजग होकर अपने अधिकारों को भी जानना होगा। उन्होंने कहा, “किस तरह से आप अपने अधिकारों की रक्षा कर सकती हैं, किसी भी चीज को करने से पहले उसका जानना जरूरी होता है। चाहे स्वास्थ्य, पोषण और सुरक्षा की बात हो, हर चीज का ज्ञान होना आवश्यक है। नॉलेज ही पावर है। महिलाओं को जितनी जानकारी होगी, उतनी ही वे अपने अधिकारों की रक्षा कर पाएंगी।”

जिलाधिकारी ने आगे कहा कि महिलाएं सभी उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को हासिल करने में सफल हो रही हैं। उन्होंने कहा, “आप लोग यहां से ज्ञान की ज्योति लेकर जाएं और इसे दूर-दूर तक फैलाएं। हम सब मिलकर इस समाज को एक समावेशी समाज बनाने में सक्षम होंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके माध्यम से यह संदेश गांव-गांव तक फैलेगा और हमारे देश की आबादी की आधी मानव शक्ति, जो महिलाएं हैं, उन्हें आगे बढ़ने की सफलता मिलेगी।

इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कार्य कर रही सीएलएफ, विभिन्न क्षेत्रों की सखियों तथा महिलाओं को प्राथमिकता से लोन उपलब्ध कराने वाले बैंक प्रबंधकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में चिकित्सा, पोषण एवं स्वास्थ्य देखभाल, पोश अधिनियम आदि से संबंधित जानकारी दी गई।

कार्यक्रम में परियोजना निदेशक के.एन. तिवारी, एपीडी नलिनीत घिल्डियाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।