
जनसुरक्षा में जनभागीदारी: 1153 ग्राम सुरक्षा समितियों का गठन
फिरोजाबाद। जनपद फिरोजाबाद में अपराध और असामाजिक गतिविधियों पर सख्त नियंत्रण के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा “ग्राम सुरक्षा समिति” का नवाचारपूर्ण पुनर्गठन किया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस की “Zero Tolerance नीति” के तहत जिले में ग्राम स्तर पर एक मजबूत और संगठित सुरक्षा ढांचे की स्थापना की गई है। इस क्रम में कुल 1153 ग्राम सुरक्षा समितियों का गठन किया गया है, जिनमें शहरी क्षेत्र में 563 और देहात क्षेत्र में 600 समितियाँ शामिल हैं। यह समितियाँ पहले से कार्यरत ग्राम सुरक्षा समितियों का उन्नत और अधिक सक्रिय स्वरूप हैं, जिनका उद्देश्य सूचना तंत्र को मजबूत करना और आम नागरिकों को पुलिस के साथ सुरक्षा व्यवस्था में भागीदार बनाना है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक फिरोजाबाद के निर्देशन में पुनर्गठन अभियान के तहत अपर पुलिस अधीक्षक नगर/ग्रामीण के नेतृत्व में जिले के सभी थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी द्वारा 31 मई एवं 1 जून 2025 की रात्रि में ग्राम सुरक्षा समितियों की सक्रियता बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान थाना बसई मोहम्मदपुर के ग्राम शंकरपुर, थाना नगला खंगर के ग्राम कौरारी खेड़ा, थाना पचोखरा के ग्राम नगला दल, थाना दक्षिण के सुहागनगर सहित अन्य स्थानों पर नवगठित समिति सदस्यों के साथ संवाद स्थापित किया गया और उन्हें सुरक्षा तंत्र की महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में सक्रिय किया गया। सभी संबंधित क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारी उपस्थित रहकर समिति सदस्यों को ग्राम सुरक्षा समिति की कार्यप्रणाली, दायित्वों और स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था में उनकी भूमिका के बारे में विस्तार से अवगत कराते हुए संयुक्त रूप से पैदल गश्त भी की गई।
ग्राम सुरक्षा समितियों का मुख्य उद्देश्य गांव के लोगों को रात्रि गश्त में पुलिस का सहयोगी बनाना है, जिससे क्षेत्र में होने वाली घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई की जा सके। समिति की रात्रिकालीन सक्रियता रात 11 बजे से सुबह 3 बजे तक रहती है, जिसमें सदस्य पुलिस के साथ सामंजस्य बनाकर गश्त करते हैं। स्थानीय लोगों की मदद से अपराध और आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाना, गांव/मोहल्लों में CCTV कैमरों की स्थापना के लिए सहयोग एवं जन-जागरूकता पैदा करना, पुलिस से सीधी कनेक्टिविटी और संपर्क प्रणाली को मजबूत करना, सुरक्षा की भावना और जनभागीदारी का विकास करना तथा किसी भी संदिग्ध गतिविधि, अफवाह या आपराधिक सूचना की तत्काल जानकारी स्थानीय थाना पुलिस को देना भी इनके प्रमुख कार्यों में शामिल है।
फिरोजाबाद पुलिस का मानना है कि ग्राम सुरक्षा समिति अब केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि अपराध नियंत्रण का एक गतिशील और प्रभावशाली मंच है। पुलिस ने प्रत्येक जागरूक नागरिक से अपील की है कि वे इस सुरक्षा अभियान का हिस्सा बनें और अपने गांवों को संगठित, सुरक्षित एवं अपराधमुक्त बनाने के लिए पुलिस का सहयोग करें। जनसहभागिता ही जनसुरक्षा की कुंजी है