दसलक्षण पर्व के तीसरे दिन उत्तम आर्जव धर्म की हुई पूजा अर्चना

दगा किसी का सगा नही”… आचार्य श्री वसुनंदी जी महाराज
    
     फिरोजाबाद। श्री महावीर जिनालय छदामीलाल जैन मंदिर में चातुर्मास कर रहे आचार्य श्री वसुनंदी जी महाराज ससंघ के सानिध्य में दसलक्षण पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है इसी क्रम में एक विशाल दस दिवसीय श्रावक साधना एवम धर्म संस्कार शिविर का आयोजन भी चल रहा है। फिरोजाबाद ही नही बल्कि दूर दूर से आए सैकड़ो भक्त शिविर में भाग ले कर धर्म का ज्ञान अर्जित कर रहे है।
    दसलक्षण पर्व के तीसरे दिन नगर में उत्तम आर्जव धर्म की धूम रही  इसी क्रम में सोमवार को प्रातः श्री महावीर जिनालय में सैकड़ों भक्तो ने मंदिर जी में नित्य नियम अभिषेक, शांतिधारा एवम् पूजन किया। आचार्य श्री के मुखारविंदु से शांतिधारा का उच्चारण किया गया तो पूरा मंदिर प्रांगण मंत्रो से गुंजायमान हो उठा। शांतिधारा करने का सौभाग्य नीतीश कुमार जैन, बाबूलाल जैन, सचिन जैन, सुभाष चंद्र जैन, पीयूष जैन, मुकेश जैन, शकुंतला जैन, राजीव जैन रागी, संजीव जैन, सुनील जैन, सनत कुमार जैन, अरुण जैन पीली कोठी, रविंद्र जैन, मुकेश जैन, अनिल जैन, आयुष जैन, प्रथम जैन एवं द्वितीय जैन को प्राप्त हुआ। तत्पश्चात दसलक्षण महाअर्चना बड़ी भक्ति भावो के साथ संपन्न हुई। इसके बाद मंदिर में बने विशाल पंडाल में आचार्य श्री ने पर्युषण पर्व के दूसरे दिन उत्तम आर्जव धर्म के बारे मे विशाल धर्मसभा को संबोधित किया और कहा कि व्यक्ति यदि बुरे काम करता है आगे चलकर बुरे कर्म उसे ही खा जाते हैं। “दगा किसी का सगा नहीं, नहीं माने तो करके देखो.. जिसने भी दगा किया है, उनके जाकर घर देखो। झूठ बोलकर, चोरी करके, फरेब करके, छल कपट से आप संपत्ति को इकट्ठा तो कर सकते हैं किंतु उसे भोग नहीं सकते हैं। यह बात परम सत्य है कि आप दुनिया की आंखों में धूल झोंक सकते हो किंतु प्रभु परमात्मा की आंखों में नहीं। आप अपनी आत्मा से कुछ छुपा नहीं सकते हो, क्योंकि खुद से और खुदा से कुछ भी छुपता नहीं है। आचार्य श्री ने आगे कहा कि  पाप और पारा कभी पचता नहीं है यदि पाप किया है तो निकाल कर सामने आएगा और यदि कच्चा पारा खा लिया है तो पेट में छेद करके बाहर निकल जाएगा। आचार्य श्री ने अंत में कहा कि छल कपट करना अच्छी बात नहीं है इसे त्याग देना चाहिए। धर्मसभा में चातुर्मास समिति के अलावा सैकड़ो श्रावको ने खुद को धन्य बनाया। दोपहर की धर्मसभा में आचार्य श्री द्वारा तत्त्वार्थ सूत्र ग्रंथ का वाचन किया गया जिसमे भक्तो का अपार जनसमूह उपस्थित रहा।
     वर्षायोग समिति के मीडिया प्रभारी अजय जैन बजाज एवम राज जैन ने बताया की पर्युषण पर्व पर शायकालीन सभा में आचार्य श्री की महाआरती, सामायिक तथा शास्त्र स्वाध्याय हुआ जिसमे काफी लोगो ने भाग लेकर धर्मलाभ लिया।

सचिन जैन
सचिन जैन
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